आज के समय हमारी देश की अर्थ व्यवस्था इतनी बिगड़ चुकी है, जिसका प्रभाव हमारी आम जिंदगी पर भी पड़ता है, क्युकी लोगो को inflation kya hai, inflation meaning in hindi, types of inflation, india inflation rate आदि इन सभी के बारे में कुछ भी नही पता होता है , जिसकी वजह से ही लोगो को इस महंगाई दर जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है
इसलिए आज हम इस पोस्ट में महंगाई क्या है what is inflation, inflation meaning in hindi के बारे में जानेगे, ताकि हम अपनी जिंदगी में महंगाई से छुटकारा पा सके और अपनी जिंदगी खुशी खुशी बिता सके
मुद्रास्फीति (Inflation kya hai) क्या है ?
What is Inflation : मुद्रास्फीति का सीधा मतलब मंहगाई से होता है ! जब किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में वस्तुओं व सेवाओं की क़ीमतों में व्रद्धि होना और हमारी मुद्रा (currency) की कीमत का लगातार गिरावट हो ! इस अवस्था को ही हम मुद्रास्फीति (inflation) कहते है !
opposite of inflation - यदि हमारे साथ इन इन्फ्लेशन का उल्टा यानि की inflation opposite हो तो ये deflation कहलाता है, इस स्थिति में चीजों की कीमतों में गिरावट हो और पैसो की कीमत में वृद्धि हो, इस प्रक्रिया को ही opposite of infaltion या deflation के नाम से जानते है
Inflation kya hai or Inflation Meaning in Hindi |
मुद्रास्फीति (Inflation Meaning in Hindi) का मतलब क्या है ?
Inflation meaning in hindi : किसी वस्तु की कीमत में व्रद्धि होना और हमारे पैसे की value में गिरावट होना ही inflation कहलाता है !
अगर हम इसको आसान भाषा मे कहे तो हमारे रोजमर्रा जिंदगी में उपयोग होने वाली चीज़ों की क़ीमत में व्रद्धि होना और हमारे रुपए की कीमत में लगातार घटना ही infilation कहलाता है !
Example : जब आप बच्चे थे तब आप स्कूल तो जाते थे ओर स्कूल में बचपन मे पेन्सिल भी यूज़ की होगी ! क्या आप जानते है उस वक़्त एक पेंसिल का मूल्य क्या था ! में बताता हूं एक नटराज पेंसिल का मूल्य मात्र 1 रुपये था ओर वही आज उसी पेंसिल का मूल्य 7 रुपये है !
क्या अब वो पेंसिल आपको 1 रुपये में मिल सकती है नही ! अब वही पेंसिल लेने के लिए 7 रुपए देने होंगे ! अगर वही आपने उस वक़्त से आज तक 1 रुपये बचा के रखा होता तो क्या आज उसका मूल्य 7 रुपये का हो गया होता, तो ऐसा बिल्कुल भी नही होता,आज भी 1 रुपए की कीमत सिर्फ 1 रुपए ही होगी बल्कि आपको अलग से आज के समय मे उस 1 पेंसिल को खरीदने के लिए 7 रुपये देने पड़ेगे जबकि उस वक़्त आप 7 पेंसिल खरीद लेते !
मुद्रास्फीति (Types of Inflation) के कितने प्रकार है ?
इन्फ्लेशन मुख्य रूप से चार प्रकार की होती है जिसके बारे में हम निम्नलिखित समझने वाले है
Creeping Inflation
Creeping Inflation 0 से 3 प्रतिशत के बिच में ही नियंत्रित होती है, अगर हम आसान भाषा में बात करे तो इसमें इन्फ्लेशन 1 साल में लगभग 10प्रतिशत तक ही बढती है
Walking Inflation
Walking Inflation में 3 से लेकर 5 प्रतिशत के बिच में ही नियंत्रित होती है
Running Inflation
Running Inflation में 5 से लेकर 10 प्रतिशत के बिच में महंगाई शामिल होती है
Galloping / Hyper Inflation
Hyper Inflation में 10 प्रतिशत से अधिक दर की महंगाई शामिल होती है, इसमें इन्फ्लेशन बहुत तेज़ी से बढती है अगर हम एक साल के हिसाब से अनुमान लगाये तो 30 प्रतिशत हर साल बढती है
Stagflation
इसमें महंगाई न तो बढती है और न ही घटती है
Deflation
इसमें इन्फ्लेशन दर बिलकुल कम हो जाती है, जिससे की हमे महंगाई का पता नही चलता और हमारे पैसे की वैल्यू साफ़ साफ पता लग पाती है
मुद्रास्फीति (Causes of Inflation in india) बढ़ने के कारण क्या है ?
(Causes of Inflation in india) - Inflation के बढ़ने के कारन निम्नलिखित है
हमारे देश का पूर्ण रूप से विकसित न होना
सभी को पैसे के बारे में पूरी जानकारी का न होना
देश में बेरोजगारी बढ़ने से
हमारी शिक्षा प्रणाली का सही न होना
हमारी मुद्रा की कीमत में गिरावट होना
किसी भी वस्तु की मांग अधिक मात्रा में होना
Inflation and deflation between differences in Hindi
Inflation -
वस्तु की मांग उपज से अधिक होना
मुद्रा की कीमत में गिरावट होना
शिक्षा का उदेश्य नोकरी पाना है न कि नोकरी को जन्म देना
Deflation -
मांग से ज्यादा उपज होना
रोजगार आदि के अवसर पैदा होना
मुद्रा की कीमत में गिरावट होना
Inflation Related QnA in Hindi
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इंडिया महंगाई दर आज से पिछले 10 सालो में 5 प्रतिशत तक बढ़ा है
- महंगाई दर को मापने के लिए inflation rate formula क्या है
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